शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी हैं। मानसून की पहली ही बारिश ने बीती रात को खूब तबाही मचाई है। सोलन और शिमला जिला में इससे भारी नुकसान हुआ है। शिमला के जुब्बड़हट्टी में 136 मिलीमीटर तो शिमला में 84 मिलीमीटर बारिश हुई है।
भारी बारिश के चलते शिमला के चमियाना और मल्याणा में सड़क किनारे खड़ी 7 गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। चमियाना में सड़क किनारे खड़ी तीन गाड़ियां मलबे में दब गईं। वहीं, मल्याणा में पहाड़ी से बड़ी-बड़ी चट्टानें चार गाड़ियों पर गिर गईं। इसमें दो गाड़ियां पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई हैं। भट्ठाकुफर, मिनी कुफ्टाधार सहित अन्य स्थानों पर भारी नुकसान हुआ है।
भट्टाकुफर में लैंडस्लाइड से सड़क किनारे खड़ी एक कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। जुन्गा रोड पर बारिश का पानी घरों में घुस गया तो खलीनी में भूस्खलन हुआ है। मिनी कुफ्ताधार में रास्ते पर मलबा आ गया और रास्ता नाले में तब्दील हो गया। शहर की ईदगाह कॉलोनी में डंगा गिरने से रास्ता बंद हो गया। पगोग सड़क पर आवाजाही प्रभावित हुई है।
बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 1 जुलाई तक हिमाचल में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही बिजली चमकने और तूफान का भी अलर्ट है। मानसून की दस्तक से साथ ही प्रदेश में बारिश का दौर शुरू हो गया है।